Header Ads Widget

Ticker

8/recent/ticker-posts

भारत को 15 अगस्त, 1947 की रात 12 बजे ही क्यों मिली स्वतंत्रता ?



વોટ્સએપ ગ્રુપમાં જોડાવા ➙

ક્લિક કરો

भारत को 15 अगस्त, 1947 की रात 12 बजे ही क्यों मिली स्वतंत्रता ?

जब लार्ड माउंटबेटन ने आजादी मिलने की तारीख 3 जून, 1948 से 15 अगस्त, 1947 कर दी तो देश के ज्योतिषियों में खलबली मच गई। उनके अनुसार ये तारीख अमंगल और अपवित्र थी।

लार्ड माउंटबेटन को दूसरी तारीखें भी सुझाई गई थीं, लेकिन वो 15 अगस्त को ही लेकर अडिग थे। खैर, इसके बाद ज्योतिषियों ने एक उपाय निकाला। उन्होंने 14 और 15 अगस्त की रात 12 बजे का समय तय किया क्योंकि अंग्रेजों के हिसाब से दिन रात 12 बजे से शुरू होता है, लेकिन हिन्दू कैलेंडर के हिसाब से सूर्योदय पर।

सिर्फ यहीं नहीं, उन्होंने नेहरू जी को ये भी कहा था कि उन्हें अपनी आजादी की स्पीच अभिजीत मुहूर्त में रात 11:51 बजे से रात 12:39 के बीच ही देनी होगी। इसमें एक और शर्त ये भी थी कि नेहरू जी को अपनी स्पीच रात 12 बजे तक खत्म कर देनी होगी जिसके बाद शंखनाद किया जाएगा, जो एक नए देश के जन्म की गूंज दुनिया तक पहुंचाएगा।